मुंबई से आए पांच युवकों को ग्रामीणों ने भेजा अस्पताल

मुंबई से चलकर रविवार को थाना क्षेत्र के रोहसी बुजुर्ग गांव के पांच युवकों को ग्रामीणों ने अस्पताल से जांच कराने के बाद ही गांव में घुसने की हिदायत दी। ग्रामीणों की सलाह पर पांचों युवक संयुक्त अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों की टीम ने इंफ्रारेड थर्मामीटर से उनका तापमान चेक करते हुए पूछताछ की।


इस दौरान दो युवकों को सर्दी जुखाम होने के चलते उन्हें दवा देते हुए 14 दिन तक एकांत में रहकर बरती जाने वाली सावधानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जांच कराने के बाद युवक अपने घर गए।


स्थानीय थाना क्षेत्र के गांव रोहसी बुजुर्ग के दीपक प्रजापति, राहुल प्रजापति, रोहित कुमार प्रजापति, सुमित कुमार प्रजापति व दीपक प्रजापति मुंबई के घाटकोपर में बड़ा पाव का व्यवसाय करते हैं।
मुंबई में भी तेजी से बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप व प्रदेश सरकार की ओर से दुकानें बंद कराने के बाद पांचों युवक शुक्रवार देर रात दादर-वाराणसी एक्सप्रेस से घर के लिए रवाना हो गए। पांचों युवक रविवार सुबह करीब 11 बजे अपने गांव पहुंचे।
ग्रामीण युवकों को देखते ही उन्हें पहले अस्पताल जाकर जांच कराने के बाद ही गांव आने की हिदायत देते हुए गांव में घुसने से मना कर दिया। सूचना मिलते ही अधीक्षक डॉ. आरके सक्सेना, डॉ. अनीस अहमद व डॉ. पीतांबर कनौजिया युवकों के पास पहुंचे और उनकी पूरी हिस्ट्री पूछी।
सभी युवकों के शरीर का तापमान उचित दूरी से इंफ्रारेड थर्मामीटर से मापा गया। सभी युवकों का टंप्रेचर सामान्य पाया गया। रोहित व सुमित ने पिछले दो दिन से सर्दी व जुखाम की समस्या बताई। अधीक्षक ने बताया कि किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं।